शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा

शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा को जानने से पहले हम लोग यह जानने की क्या आप वाकई में शीघ्र स्खलन रोग से पीड़ित है मैं आपको कुछ ऐसे लक्षण व उदाहरण देकर समझाते हैं जिससे आपको पूर्णतया समझ में आ जाएगा कि शीघ्र स्खलन क्या होता है और इसके लक्षण कैसे पता करें। 

क्योंकि कुछ लोग ऐसे ही परेशान रहते हैं लेकिन वह से शीघ्र स्खलन से सही में पीड़ित नहीं होते हैं तो हमारे इस पोस्ट को पढ़ें और जाने की शीघ्र स्खलन का आपको कब इलाज करवाना चाहिए तथा शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा के बारे में भी जानते हैं दोस्तों में पैथिक एक ऐसी औषधि है जिससे आप शीघ्र स्खलन को जड़ से मिटा सकते हैं। 

शीघ्र स्खलन रोग से पीड़ित रोगी सेक्स क्रिया आरंभ में जब लिंग योनि में प्रवेश करता है तो योनि के बाहर ही वीर्य निकल जाता है इस अवस्था को भी शीघ्रपतन कहा जाता है। केवल यही नहीं इसके कई और भी लक्षण होते हैं। जिससे पता चलता है कि यह व्यक्ति शीघ्र स्खलन से पीड़ित है।

शीघ्र स्खलन यह एक ऐसा रोग है जिसमें व्यक्ति अपने लिंग को योनि में डालने के पश्चात 20 से 30 सेकंड में ही उसका वीर्य निकल जाए।

सेक्स संबंधित डॉक्टरों का यह मानना है कि यदि आप लिंग को योनि में डालने से पहले अच्छे प्रकार से स्त्री के साथ में प्रेम क्रीडा करते हो तो फिर स्त्री की कामोत्तेजित हो गई हो, ऐसी अवस्था में यदि स्त्री की योनि में लिंग को प्रवेश करके 30 सेकंड से 1 मिनट तक सेक्स के समय वीर्य ना निकले तो स्त्री की कामोत्तेजना शांत करने के लिए पर्याप्त है।

लिंग को योनि में प्रवेश करने के पश्चात यदि व्यक्ति अपने वीर्य को 1 मिनट तक रोक ना सके इस अवस्था को भी वीर्य स्खलित कहा जाता है। शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा खाकर आप 1 मिनट नहीं बल्कि 10 से 20 मिनट तक अपने वीर्य को रोककर मैथुन भी कर सकेंगे।

आपको बता दें शीघ्रपतन रोग से रोगी तब पीड़ित माना जाता है जब वह अपने वैवाहिक जीवन में अपनी स्त्री को 40% में 50% यदि अपनी स्त्री की कामोत्तेजना को शांत नहीं कर पाता है इस अवस्था में यह रोगी शीघ्रपतन के रोग से पीड़ित माना जाता है। वैसे तो इसकी कोई समय सीमा नहीं होती है।

कामोत्तेजना से लेकर वीर्य स्खलन तक का समय 2 से 5 मिनट तक होता है जो कि डॉक्टरों के अनुसार सामान्य है किंतु यदि लिंग को योनि में डालने के 2 मिनट में ही वीर्य निकल जाए तो यह भी शीघ्र स्खलन कहलाता है। 

यदि आप इस अवस्था से गुजर रहे हैं तो फिर आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है आगे हम आपको इसके लिए भी  शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा बताएंगे जिसको खाकर आप बिल्कुल सही हो जाएंगे।

कुछ लोग प्रेम क्रीडा के समय ही वीर्य स्खलन हो जाता है सेक्स शुरू करने के कई स्टेप होते हैं जैसे कि इस आप कभी कभी अपनी स्त्री के पास जाते हैं मिथुन शुरू कर देते हैं और आप का वीर्य 1 से 2 मिनट में ही निकल जाता है तो आपको ऐसा नहीं करना है। सबसे पहले आपको अपनी स्त्री के साथ में प्रेम क्रीडा करना है जिससे आपकी स्त्री में कामोत्तेजना उत्पन्न हो जाए कामोत्तेजना उत्पन्न होने के बाद यदि आप अपने लिंग को अपनी स्त्री के योनि में प्रवेश कर आते हैं तो वह 2 से 3 मिनट में ही उसकी कामोत्तेजना शांत हो जाएगी।

यह एक बहुत ही निराशाजनक रोग है जब पुरुष अपनी पत्नी के साथ मैथुन करना चाहता है तो वह मैथुन करने से पूर्व ही उसका वीर्य निकल जाता है रोग अधिक बढ़ जाने पर जब वह सोचता है कि आज हम अपनी स्त्री के साथ में संभोग करेंगे बस यह सोचते ही उसका वीर्य निकल जाता है।

पुरुष बेचारे स्त्री के सामने इस रोग के कारण बहुत ही शर्मिंदा हो जाते हैं  क्योंकि वह अपनी स्त्री की कामोत्तेजना को शांत नहीं कर पाते हैं ऐसे में वह अपने आप से बहुत ही घृणा करने लगते हैं इस अवस्था में पुरुष रात्रि में शीघ्र ही सोने का बहाना कर लेते हैं या अपनी स्त्री से ऐसा कहते हैं कि आज हम बहुत थक गए हैं नींद लग रही है और सोने जा रहे हैं।

पुरुष देर तक सेक्स क्रिया को जारी नहीं रख पाते हैं और जल्दी ही कामोत्तेजना के वशीभूत होकर शीघ्र ही उनका वीर्य निकल जाता है जिससे वह अपने स्त्री को खुश नहीं कर पाते हैं और स्त्री पुरुष दोनों ही लियोन के आनंद से वंचित रह जाते हैं जिससे दोनों में मानसिक तनाव उत्पन्न हो जाता है और गृहस्थ जीवन में अनबन हो जाती है।

पुरुष यौन संबंधी रोगों से लंबे समय से पीड़ित होता है या फिर वह बचपन में कुछ ऐसी गलतियां कर देता है जिससे उसका लिंग कमजोर हो जाता है और आगे चलकर सेक्स से संबंधित रोगों से गुजरना पड़ता है जो कि बहुत ही नर्क साबित होता है जिसमें से पुरुषों की शीघ्रपतन वाली बीमारी बहुत ही ज्यादा नर्क में होती है। 

स्वस्थ व्यक्ति अपनी स्त्री के साथ 5 से 10 मिनट तक हस्तमैथुन सामान्य होता है इस काल में स्त्री को कामोत्तेजक कर ले संतुष्टि प्राप्त कर लेती है। कुछ पुरुष नियम संयम का पालन करके इस समय को और भी बढ़ा लेते हैं जिससे वहां और भी यौन का आनंद प्राप्त कर लेते हैं। 

यदि आप शीघ्र स्खलन के रोगी है और आपके अंदर यह सभी लक्षण या फिर आपने पता लगा लिया है कि आप शीघ्रपतन रोग से पीड़ित हैं तो फिर आपके लिए हम लेकर आए हैं शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा जिसको आप मार्केट से लाकर घर पर ही अपना पूर्णतया इलाज कर सकते हैं बस औषधि काल में आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे। 

संभोग काल की अवधि कितनी होनी चाहिए 

सभी पुरुषों के मन में यह एक सवाल सबसे पहले आता है कि आखिरकार संभोग कितने समय तक चलना चाहिए या कितनी जल्दी वीर्य स्खलित होने से आप वीर्य स्खलन रोग से पीड़ित हैं तो आपको यह बता दें कि इसका कोई सर्वमान्य अब तक मापदंड नहीं है  इस समय को मापा नहीं जा सकता है 

एक स्वस्थ स्त्री और पुरुष कामोत्तेजना में उत्पन्न होकर हस्तमैथुन कम से कम  50 से 100 बार घर्षण करें यदि इस बीच में उसका वीर्य स्खलित हो जाता है तो फिर वह भी वीर्य स्खलन रोग से पीड़ित रोगी माना जाएगा।

कहने का अर्थ यह है कि आप हस्तमैथुन करते समय यदि 60 * अपने लिंग को अंदर बाहर करते हैं या इससे ज्यादा करते हैं तो फिर आप शीघ्रपतन रोग से नहीं पीड़ित हैं यदि 60 प्रहार से कम करते हैं तो फिर आप भी शीघ्रपतन के रोगी के गिनती में आ जाएंगे।

शीघ्र स्खलन के प्रमुख कारण 

-अत्यधिक हस्तमैथुन करने के कारण से भी शीघ्र स्खलन की समस्या हो जाती है।

-लोगों में आत्मविश्वास की कमी होने के कारण शीघ्रपतन की समस्या हो जाती है।

-लोगों में शारीरिक व मानसिक कमजोरी होने के कारण।

-बहुत अधिक मात्रा में कोठे पर जाना या वस्तुओं के साथ में मैथुन करना। 

-अधिक मात्रा में सेक्स करने के कारण से वीर्य का पतला हो जाना। 

-लोगों में लंबे समय से किसी बीमारी का उत्पन्न होने के कारण।

-लोग मैथुन करने के समय लोगों में गर्भधारण का भय हो जाना।

-अब लोगों के पास मोबाइल होने के कारण ब्लू फिल्में या नग्न कपड़ों के स्त्रियों की फोटो देखना।

-सेक्स संबंधित किताबों को अधिक अध्ययन करना।

-कभी-कभी लोग एक बार सेक्स करके महीनों तक सेक्स नहीं करते हैं या फिर सालों बीत जाते हैं वह सेक्स नहीं करते हैं यह भी शीघ्र स्खलन का एक कारण है।

-कुछ लोगों को पर्याप्त मात्रा में भोजन ना मिल पाना या प्रोटीन युक्त चीजों से वंचित रह जाना।

-संभोग के समय व्यक्तियों में भय घबराहट होना।

-व्यक्ति सेक्स संबंधित रोगों से परेशान जैसे धात रोग स्वप्नदोष लोगों से परेशान होने के कारण से शीघ्र स्खलन की समस्या हो जाती है।

-व्यक्तियों में कब्ज की समस्या के कारण भी वीर्य जल्दी निकल जाता है।

-कुछ लोग लंबे समय तक सेक्स करने वाली दवाओं का सेवन करते हैं जो कि आगे चलकर शीघ्र स्खलन की समस्या बन जाती है।

-व्यक्ति अपनी स्त्री का मन ना देख कर बस अपनी कामोत्तेजना को शांत करने के लिए मैथुन करने लगते हैं ऐसा बार बार करने से लोगों में वीर्य स्खलन की समस्या हो जाती है।

-कुछ पति-पत्नी गर्भधारण के डर से कपड़े पहने पहने ही कामोत्तेजना को उत्पन्न करते हैं तथा शांत भी करते हैं इससे पुरुषों में शीघ्र स्खलन की समस्या हो जाती है। 

-गर्भधारण के डर से पति पत्नी या स्त्री पुरुष अनेक औषधियों का सेवन करते हैं जिसके कारण आगे चलकर वह शीघ्र स्खलन रोग से पीड़ित हो जाते हैं।

शीघ्र स्खलन के मुख्य लक्षण 

-शीघ्र स्खलन से पीड़ित रोगी जब कामोत्तेजक हो जाता है योनि के पास अपने लिंग को ले जाते हैं उसका वीर्य स्खलित हो जाता है।

-पुरुष जब मैथुन करें और उसका वीर्य 20 या 30 सेकंड में ही निकल जाए तो इस अवस्था को भी वीर्य स्खलन कहा जाता है।

-शीघ्र स्खलन से पीड़ित रोगी के मन मस्तिष्क में भय रहता है।

-संभोग का समय बहुत ही कम होता है जैसे कि 30 सेकंड से 1 मिनट तक का समय होता है।

-शीघ्र स्खलन के रोगी में घबराहट परेशानी तथा चिड़चिड़ापन हो जाता है।

-इस रोग से पीड़ित रोगी के लिंग को स्पर्श करते ही वीर्य निकल जाता है।

-लिंग को योनि में डालते ही या उससे पूर्व ही वीर्य निकल जाता है।

-कभी-कभी तो लोग अपनी स्त्री से गले मिलते ही उनका वीर्य निकल जाता है।

-संभोग काल में मात्र संभोग क्रिया पर ही में ध्यान करने से वीर्य स्खलन हो जाता है।

-इस रोग से पूर्व पीड़ित रोगी जितनी अधिक मैथुन करने में शीघ्रता करेगा उतनी ही जल्दी उसका वीर्य निकल जाता है।

-मल त्याग के समय वीर्य स्खलित होकर अपने आप निकल जाना।

शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

अब तक आपने जाना है इसलिए उसका नाम क्या है अब के कारण लक्षण और अब जानते हैं सो ग्रेट कल दवा शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा आइए जानते हैं हर दवा का नाम तथा गुण और इस दवाई का किस अवस्था में लेना चाहिए, शीघ्र स्खलन रोग में कब और किस दवाई को लेना चाहिए।

1- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Graphites 30 CH, या 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। या फिर आप 4 से 5 बूंद की मात्रा में डायरेक्ट भी सेवन कर सकते हैं।

ग्रेफाइटस (Graphites) औषधि का उपयोग मैथुन करते समय जब आप उत्तेजित हो गए हो और आप अपने लिंग को योनि के पास ले जाते ही आप का वीर्य निकल जाए इस अवस्था में इस औषधि का उपयोग करके आप ठीक हो जाएंगे। या फिर मैथुन करते समय जल्दी ही यह बात हो जाए दिन में जब आप बाथरूम करने के लिए जाएं और आपका बाथरूम करने से पहले ही वीर्य निकल जाए और बाद में बाथरूम हो तो इस अवस्था में भी आप इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो सकते हैं। शीघ्र स्खलन में इस औषधि का उपयोग करके आप बिल्कुल ठीक हो जाएंगे।

2- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Sulphur 30 CH, या 200 – 9 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

सल्फर (Sulphur) औषधि का उपयोग आपके लिंग में बिना उत्तेजना के ही वीर्य निकल जाए तो आप इस औषधि का उपयोग करके एक हो सकते हैं। आप दोपहर में खा पी कर लेते हैं और आप का के लिंग में लगने से वीर निकल जाए आप इस अवस्था में भी इस औषधि का प्रयोग करके लाभ उठा सकते हैं। 

आपके लिंग में बिना तनाव के ही वीर्य निकल जाए आप इस औषधि का प्रयोग करके बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। जवानी में बार-बार वीर्य निकल जाने पर भी आप किस औषधि का प्रयोग करके ठीक हो सकते हैं।

3- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Causticum 30 CH, या 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। इस दवाई का लंबे समय तक सेवन करने से किसी प्रकार की आदत नहीं लगती है आप इस और सदी का उपयोग किसी भी समय कर सकते हैं।

कास्टिकम (Causticum) का उपयोग आपके बीच में खून की मिलावट आ रही हो तो फिर आप इस औषधि का प्रयोग करके ठीक हो सकते हैं। या फिर आपका लिंग अंडर वियर में बार बार टकराने से भी निकल जाता है इस अवस्था में भी आप इस औषधि का प्रयोग करके लाभ उठा सकते हैं। 

यहां औषधि सभी प्रकार के वीर्य स्खलन में लाभ पहुंचाती है। इसका उपयोग आप के लिंग के नसों में यदि सूजन आ जाए तो भी आप इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो जाएंगे।

4- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Acid Pic. 30 CH – 4 से 5 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

एसिड पिकरिक (Acid Pic.) औषधि का उपयोग आप शीघ्र स्खलन के कारण हुए तनाव या तनाव के कारण शीघ्र स्खलन होने को दूर कर सकते हैं इस औषधि का उपयोग करके आप अपने सिर दर्द या तनाव से भी मुक्त हो सकते हैं।

तनाव के कारण आप का वीर्य स्खलित हो जाता है तो भी यह औषधि रामबाण का कार्य करती है। लंबे समय से शीघ्र स्खलन या वीर्यपात को रोकती है और साथ ही आपके शरीर की कमजोरी और कमर दर्द को भी ठीक कर देती है।

5- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Kali Brom. 30 CH – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। 

काली ब्रोम. (Kali Brom.) जवानी में बार-बार वीर्य अपने आप निकल जाने पर इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो जाएंगे। सपने में आप मौज मस्ती किया हस्तमैथुन के स्वप्न देख कर वीर्य निकल जाने पर इस अवधि का उपयोग करके आप लाभ उठा सकते हैं। 

लंबे समय से वीर्य स्खलन के कारण आपकी लिंग की उत्तेजना कम हो जाने पर इस औषधि का उपयोग करके पुनः आप अपने काम शक्ति को प्राप्त कर सकते हैं। शीघ्र स्खलन के कारण आपकी याददाश्त कमजोर हो जाने पर भी इस औषधि का उपयोग कर सकते हैं।

6- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Digitalis 30 CH, या 6x – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। 

डिजिटेलिस (Digitalis) कभी-कभी दिल की धड़कन तेज हो जाने पर आप का वीर्य अपने आप निकल जाता है तो इस औषधि का उपयोग करके आप बिल्कुल ठीक हो सकते हैं। 

आधी रात में यदि आप का वीर्य अपने आप निकल जाता है अचानक आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है और आप भयभीत हो जाते हैं इसी बीच में आप का वीर्य निकल जाता है इस अवस्था में आप औषधि का प्रयोग करें लाभ मिलेगा।

7- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Selenium 30 CH, या 6 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

सैलेनियम (Selenium) प्रातः काल मल त्याग करने में जोर लगाने पर वीर्य निकल जाने पर इस औषधि का उपयोग करके आप ठीक हो जाएंगे। किसी स्त्री के प्रेम स्पर्श मात्र से ही आप का वीर्य निकल जाने पर भी ऐसा यह औषधि रामबाण का कार्य करती है। यदि वीर्य स्खलन के कारण आपको प्रजनन करने में कोई दिक्कत आ रही है तो फिर इस औषधि का उपयोग करके आप अपने वीर्य को शुद्ध करके प्रजनन भी कर सकते हैं। 

यदि आप का वीर्य स्वप्न में निकल जाए तो फिर आपको इस औषधि का प्रयोग करना चाहिए यह औषधियां रामबाण का कार्य करती है। यदि आप मैथुन करते समय थक जाते हैं तो भी और सभी रामबाण का कार्य करती है।

8- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

Staphysagria 30 CH – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

स्टेफिसएगेरिया (Staphysagria) बचपन की बहुत अधिक हस्तमैथुन करने के कारण वीर्य स्खलन की समस्या आ जाती है तो फिर आप इस औषधि का प्रयोग करके बिल्कुल ठीक हो सकते हैं यदि आप का वीर्य दिन में सोने के दौरान निकल रहा है तो फिर इस औषधि का उपयोग करके आप अपने आप को ठीक कर सकते हैं। 

यदि आप का वीर्य पेशाब के साथ में निकल जाता है तो फिर इस औषधि का उपयोग करके आप ठीक हो सकते हैं। यदि आपका वीर्य डिप्रेशन या तनाव के कारण वीर्य निकल जाता है तो फिर आप इस औषधि का उपयोग करें लाभ मिलेगा।

9- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा | Homoeopathic Shighrapatan Ki Dawa In Hindi

China off. 30 CH, या 6 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। 

चाइना (China off.) यदि आप काम होते जीत होते ही आप का वीर्य निकल जाता है तो फिर आप इस औषधि का प्रयोग करके ठीक हो जाएंगे और साथ ही यह औषधि स्वप्नदोष में ही रामबाण का कार्य करती है।

वीर्य स्खलन से हुई कमजोरी को भी है और सभी दूर करती है तथा कभी-कभी वीर्य निकलने के दौरान चक्कर आ जाता है तो भी इस औषधि का उपयोग करके लाभ उठा सकते हैं। यह औषधीय वीर्य स्खलन होने को रोकती है।

10- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Agnus cast. 6 या Q –  4 से 5 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार सेवन करें।

अग्नस कास्टस (Agnus cast.) यदि आपको बहुत अधिक में वीर्य स्खलन होता है या दिन में कम से कम 10 बार तक वीर्य निकल जाता है और आपको पता भी नहीं चलता है इस अवस्था में इस औषधि का उपयोग करके आप बिल्कुल ठीक हो सकते हैं। 

लिंग में बिना तनाव के ही वीर्य निकल जाना कामवासना अधिक मगर लिंग में शक्ति कम लिंग कमजोर व ठंडा हो जाने पर किस औषधि का उपयोग करें।

11- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Acid phos. Q – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

एसिड फास्फोरस (Acid phos.) ओके समय अब आप जब मल त्याग करने जाते हैं तो फिर मल त्याग के समय यदि आप का वीर्य निकल जाता है तो फिर आप इस अवस्था में एसिड फास्फोरस औषधि का उपयोग करके आप ठीक हो जाएंगे यह औषधि शीघ्र स्खलन के कारण या वीर्यपात होने के कारण आपका लिंग कमजोर व आपकी कमजोर याददाश्त को भी तेज करता है।

12- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Caladium seg. 30 CH – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए इस औषधि का सेवन आप खाली पेट करें तो लाभ और भी ज्यादा मिलेगा कहने का अर्थ है यदि आप किसी भी चीज का सेवन कर रहे हैं तो उसके 10 से 15 मिनट बाद ही इस दवाई का सेवन करें।

कैलेडियम (Caladium seg.) अधिक में हस्तमैथुन होने के कारण आपके लिंग में बिना तनाव के ही वीर्य निकल जाने पर आप इस औषधि का उपयोग करें पूर्ण लाभ मिलेगा। यह होम्योपैथिक औषधि है इसलिए आप इसका लंबे समय तक सेवन करें लाभ तभी मिलेगा औषधि के दौरान है आप हस्तमैथुन ना करें।

13- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Lachesis 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। 

लैकेसिस (Lachesis) दिन में चलते फिरते समय यदि आपका वीर्य निकल जाए तो आप इस औषधि का उपयोग करें या फिर नींद में स्वप्न के दौरान वीर्य निकल जाने के बाद अधिक पसीना आए और ठंडक लगे तो फिर आप इस औषधि का प्रयोग करके अपने आप को ठीक कर सकते हैं।

14- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Petroleum 30 CH – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें। 

पेट्रोलियम (Petroleum) का उपयोग आप शीघ्र स्खलन इस अवस्था में कर सकते हैं। सुबह उठने के बाद यदि आप बिस्तर पर लेटे हैं और दोबारा आपको नींद आ जाती है और आपका जीवन निकल जाए तो आप इस अवस्था में इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो सकते है। 

सुबह मूत्र त्याग के समय यदि आप का वीर्य पहले निकलता है और मूत्र बाद में तो फिर आप इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो जाएंगे।

15- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Silicea 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। 

साइलिशिया (Silicea) यदि आप का वीर्य जल्दी निकल जाता है और आप हस्तमैथुन करते हैं उसके बाद भी रात्रि में दोबारा फिर से वीर्य अपने आप निकल जाता है तो फिर आप इस औषधि का उपयोग करके पूर्णतया ठीक हो सकते हैं। यह औषधि आपके मानसिक तनाव को भी दूर कर देती है।

16- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Kali carb. 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए किसी भी नशा का सेवन ना करें और खुशबूदार चीजों का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

काली कार्ब. (Kali carb.) इस औषधि का प्रयोग आप तब कर सकते हैं जब आप एक बार हस्तमैथुन करते आपका दोबारा मैथुन करने का मन ना हो और आपके अंदर उत्तेजना की कमी हो तो आप उत्तेजना बढ़ाने के लिए इस औषधि का उपयोग कर सकते हैं। और यह औषधि आपके वीर्य को जल्दी नहीं निकलने देगी और सेक्स की टाइमिंग भी बढ़ा देगी।

17- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Borax 30 CH – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। 

बोरैक्स (Borax) स्वप्न में आप का वीर्य निकल जाए तो आप इस औषधि का उपयोग करके ठीक हो जाएंगे औषधि से यदि आपके लिंग से वीर्य के साथ ब्लड आता है तो फिर यह औषधि उस अवस्था में रामबाण का कार्य करती है।

18- शीघ्र स्खलन की होम्योपैथिक दवा 

Conium Mac. 30 CH, 200 – 5 से 10 बूंद की मात्रा में 40 से 50 ML. पानी में मिलाकर आप दिन में 3 से 4 बार पिए। अधिक लाभ उठाने के लिए खाना खाने के तुरंत बाद दवाई का सेवन ना करें। खाना खाने के 15 मिनट पहले या 20 मिनट बाद में सेवन करें।

कोनियम मैक. (Conium Mac.) थोड़ी सी भी लिंग में उत्तेजना होने पर वीर्य निकल जाना या फिर स्त्री की मात्र मौजूदगी से ही वीर्य का निकल जाना या स्त्री के हाथ लगाते ही आप का वीर्य निकल जाना इस अवस्था में कोनियम मैक. औषधि का उपयोग करके आप पूर्णतया ठीक हो जाएंगे।

कोनियम मैक. (Conium Mac.), साइलिशिया (Silicea), काली कार्ब. (Kali carb.), एसिड फास्फोरस (Acid phos.), बोरैक्स (Borax) कैल्केरिया कार्बनिका, नक्स वॉमिका, फास्फोरस, सीपिया, थूजा, पेट्रोलियम भारत नाइस 

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