Haldi Ke Fayde In Hindi | हल्दी के 25 फायदे

हल्दी के फायदे , हल्दी का परिचय | Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी का प्रयोग घर की रसोई में मसालों के रूप में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हल्दी का प्रयोग घर के शुभ कार्यों में किया जाता है इसका प्रयोग सजाने और सौंदर्य के रूप में भी किया जाता है। हल्दी का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। हल्दी का प्रयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। हल्दी मैं एंटीबायोटिक गुण होते हैं इसलिए या शरीर की त्वचा एवं आंतरिक विकारों में बैक्टीरिया को नाश करने में भी किया जाता है नीचे हम आपको Haldi Ke Fayde In Hindi बताएंगे तो आइए जानते हैं हल्दी के फायदों के बारे में इससे पहले कुछ और जानकारियां भी समझ ले।

हल्दिया चार प्रकार की होती हैं-

1.करकुमा लोंगा (Curcuma longa).

2.करकुमा एरोमेटिक्स (Curcuma aromatics).

3.बर्बेरिस अरिस्टाटा (Berberis aristata).

4.करकुमा ज़ेडोरिया (Curcuma zedoaria).

1.Curcuma longa (करकुमा लोंगा) – इस हल्दी का सर्वाधिक प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है।

2.Curcuma aromatics (करकुमा एरोमेटिक्स)- इसे आमा हल्दी कहा जाता है क्योंकि इसमें पत्तों और हल्दी में कपूर मिश्रित करने आम्र की खुशबू आती है।

3.Berberis aristata (बर्बेरिस अरिस्टाटा) – देवांशी यह हल्दी दारूहल्दी के नाम से प्रसिद्ध है। के हल्दी समान गुणों वाली है। इसका काढ़ा बनाकर समान मात्रा में दूध मिलाकर पता कर गाढ़ा करके सेवन करने से नेत्रों के लिए बहुत गुणकारी है।

4.Curcuma zedoaria (करकुमा ज़ेडोरिया) – इस हल्दी की प्रजाति सर्वाधिक बंगाल में पाई जाती है इस हल्दी का प्रयोग सर्वाधिक चीजों को रंगने में काम आता है। इसको जंगली हल्दी भी कहते हैं।

हल्दी क्या है? | Haldi Ke Fayde In Hindi 

हल्दी का पौधा 2 से 3 फुट ऊंचा इसके पत्ते एक से 2 फुट लंबे व 5 से 9 इंच चौड़े और अग्रभाग बहुत ही नुकीला होता है इसके पत्ते बिल्कुल बांस के पत्तों के समान होते हैं और केले के पत्तों के भांति होते हैं। इसके पत्तों में आम की गंध आती हैं। इसके फूल सफेद व पीले और बैंगनी रंग के होते हैं। इसके फूल एक दंड के समान लंबे होते हैं उसी में इसकी पंखुड़ियां निकलती है। हल्दी के पेड़ में हल्दी जमीन में लगती है। 

हल्दी के पौधे में हल्दी जड़ों में विकास करके अपना आकार फैलाती है। इसमें छोटी-छोटी कंद के समान होती हैं, और यह काटने पर पीली और इसके ऊपर छोटी-छोटी धारियां बनी होती हैं। हल्दी का प्रयोग सबसे अधिक मसाले के रूप में किया जाता है। यह सब्जी में स्वाद और सुंदरता बढ़ाने के लिए हल्दी का सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं हल्दी का प्रयोग चोट मोच और कटे में लगाने से शीघ्र ही लाभ मिलता है और संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है।

हल्दी का वैज्ञानिक नाम | haldi ka vaigyanik name

हल्दी का वैज्ञानिक नाम Curcuma longa. है।

हल्दी के विभिन्न भाषाओं में नाम | haldi ka vibhinn bhasha mein Name

हल्दी अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग नाम से प्रचलित है जिनमें से कुछ नाम हम आपको अलग-अलग भाषाओं में नीचे बता रहे हैं-

  1. हिंदी में – हल्दी।
  2. अंग्रेजी में – Turmeric.
  3. संस्कृत में – पितिका, गौरी, दीर्घरागा, पीता, निशा।
  4. गुजराती में – हलदर।
  5. मराठी में – हलद।
  6. फारसी में – जर्दचोब।
  7. अरबी में – उरु कुस्सुफ।
  8. तेलुगु में – पसुपु।
  9. पंजाबी में – हरदल।
  10. बंगाली में – हलुद।

हल्दी का उपयोग | Haldi Ke Fayde In Hindi, Upyog

हल्दी का उपयोग इन बीमारियों में किया जाता है जिनमें कुछ भी बीमारियाँ प्रमुख है-

पीलिया में, कान बहना, नेत्र रोग में, स्तन रोग में, स्वरभेद, खांसी, जुकाम, पायरिया, उदर शूल में, प्रदर में, बवासीर में, बुखार में, गठिया में, चर्म रोग में, घांव में, बुखार में, धात रोग में इत्यादि रोगों में हल्दी औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।

हल्दी खाने के फायदे | Haldi ke Fayde in Hindi

अब तक आपने जाना हल्दी के उपयोग के बारे में आप जानते हैं कि हल्दी किस बीमारी पर किस प्रकार से उपयोग करें तो यह बीमारी को नष्ट कर देगी।

पीलिया में हल्दी खाने के फायदे | piliya mein Haldi Ke Fayde In Hindi

  1. हल्दी चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में मिट्टी में मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करने से मात्र 5 दिनों में ही पीलिया रोग समाप्त हो जाता है।
  2. हल्दी, हरड़ और लौह भस्म सभी को 375 मिलीग्राम की मात्रा में लेकर घी और शहद के साथ सेवन करने से पीलिया रोग में लाभ मिलता है।

हल्दी से बवासीर का इलाज | haldi Se bawaseer Ka ilaj 

  1. सेहुड़ा के दूध में 10 ग्राम हल्दी मिलाकर गुदाद्वार पर लेप करने से रक्त निकलना बंद हो जाता है और मस्से होने पर कड़वी तोरई के चूर्ण को मलने से मस्से नष्ट हो जाते हैं।
  2. सरसों के तेल में हल्दी चूर्ण और घोष लता चूर्ण समान मात्रा में मिलाकर गुदाद्वार पर लेप करने से खूनी बवासीर में तुरंत ही लाभ मिलता है।

खांसी में हल्दी खाने के फायदे | Cough Main Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी को आग में भूनकर चूर्ण बनाकर 1 से 2 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ चाटने से खांसी में तुरंत ही लाभ मिलता है।

जुकाम में हल्दी के फायदे | Cold Main Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी को आग में डालकर उसमें सूंघने से जुकाम में शीघ्र ही लाभ मिलता है और पानी का सेवन कुछ देर तक ना करें तो और भी शीघ्र लाभ मिलता है।

उदर शूल में हल्दी की जड़ के फायदे | Benefits of turmeric root in colic 

हल्दी की जड़ की छाल 10 ग्राम की मात्रा में लेकर 250ml पानी में उबालकर गुड़ मिलाकर सेवन करने से उदर शूल में लाभ मिलता है।

हल्दी से पायरिया का इलाज करें | Treat pyorrhea with turmeric 

सरसों के तेल में हल्दी और सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर मंजन की तरह अच्छी प्रकार से मालिश करने के बाद गर्म पानी से कुल्ला करने से मसूड़े के सभी प्रकार के रोगों में लाभ मिलता है।

अतिसार में हल्दी के फायदे | benefits of turmeric in diarrhea 

हल्दी की जड़ की छाल और सौंठ को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना कर 2 से 5 ग्राम की मात्रा में दिन में दो से तीन बार सेवन करने से अतिसार में लाभ मिलता है।

धातु रोग में हल्दी खाने के फायदे | Benefits of eating turmeric in metal disease 

हल्दी के चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में लेकर आंवले के रस और शहद के साथ मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से सभी प्रकार के धात रोग में लाभ मिलता है।

प्रदर रोग में हल्दी के फायदे | Leucorrhoea Main Haldi Ke Fayde In Hindi 

  1. हल्दी के चूर्ण और गुग्गुल का चूर्ण 10-10 ग्राम की मात्रा में मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से प्रदर रोग में लाभ मिलता है।
  2. हल्दी का चूर्ण लेकर 250ml दूध में उबालकर गुड़ मिलाकर सेवन करने से प्रदर रोग में लाभ मिलता है।
  3. हल्दी को लेकर काढ़ा बनाकर फ्ला 50ml की मात्रा में लेकर इसमें 20 ग्राम शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से कफज प्रमेह में लाभ मिलता है।

गठिया का हल्दी से इलाज करें | Treat Arthritis with Turmeric 

1.हल्दी की शाखाएं को लेकर काढ़ा बनाकर 20 ML. की मात्रा में सेवन करने से पसीना और विरेचन होकर गठिया की पीड़ा समाप्त हो जाती है।

2.हल्दी को लेकर बेल के पत्ते के साथ पीसकर पीड़ा वाले स्थान में लेप लगाने से गठिया में लाभ मिलता है।

चर्म रोग में हल्दी के फायदे | Skin Main Haldi Ke Fayde In Hindi 

  1. हल्दी के चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में गाय के मूत्र में मिलाकर दिन में दो से तीन बार लगाने से खाज, खुजली, दाद, रक्त विकार, चर्म रोगों में लाभ मिलता है।
  2. हल्दी के चूर्ण को मक्खन मिलाकर खाज खुजली वाले स्थान पर लगाने से शीघ्र ही लाभ मिलता है।
  3. 5 ग्राम हल्दी चूर्ण में 2 ग्राम पिसी हुई मिश्री मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से दाद खाज खुजली में लाभ मिलता है।
  4. हल्दी 5 ग्राम और नीम की पत्तियां 20 ग्राम की मात्रा में चूर्ण बनाकर मक्खन में मिलाकर त्वचा पर लेप लगाने से त्वचा कोमल और सुंदर हो जाती है दाद खाज खुजली में भी लाभ मिलता है।
  5. हल्दी के साथ दूध को मिलाकर पीसकर लेप करने से खाज खुजली और कण्डू रोग में लाभ मिलता है।

जख्म, चोट, मोच में हल्दी के फायदे | Haldi Ke Fayde In Hindi in wounds, bruises, sprains 

हल्दी चूना और सरसों का तेल मिलाकर जख्म चोट मोच पर लगाने से पुराने से पुराना जख्म भी ठीक हो जाता है।

बुखार में हल्दी खाने के फायदे | Fever Main Haldi Ke Fayde In Hindi 

  1. हल्दी की छाल का चूर्ण को सेवन करने से बार-बार आ रहे बुखार में लाभ मिलता है।
  2. हल्दी की जड़ को लेकर काढ़ा बनाकर 20ml की मात्रा में सेवन करने से बुखार में लाभ मिलता है और प्लीहा और यकृत की वृद्धि में भी लाभ पहुंचाता है।

नेत्र रोग में हल्दी का उपयोग | Use of turmeric in eye diseases 

1 ग्राम हल्दी 25ml पानी में उबालकर आंखों में बार-बार डालने से आंखों का दर्द समाप्त हो जाता है। हल्दी के किसी कार्य में कपड़े को भिगोकर आंखों पर रखने से भी लाभ मिलता है।

कान बहने में हल्दी के फायदे | Ear Bleeding Main Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी 1 ग्राम और 20 मिलीग्राम फिटकरी को लेकर मिलाकर दिन में दो से तीन बार कान में एक एक बूंद डालने से पुराने से पुराना बह रहा कान में लाभ मिलता है।

हल्दी से पिंपल हटाने के उपाय | Remedies to remove pimple with turmeric 

हल्दी के चूर्ण को लेकर शहद में मिलाकर चेहरे के पिंपल पर लेप लगाने से पिंपल समाप्त हो जाते है एवं चेहरा साफ व सुंदर हो जाते हैं।

हल्दी दूध के फायदे | benefits of turmeric milk 

दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करने से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है और कई सारे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

सोने से पहले हल्दी दूध लाभ | before bedtime benefits of turmeric milk 

रात में बिस्तर पर जाने से पहले 250ml दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर पीने से सेक्स करने की क्षमता बढ़ती है और साथ ही कई रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान होती है।

हल्दी का औषधि उपयोगी भाग | medicinal part of turmeric 
  • हल्दी का औषधि उपयोगी भाग है-
  • -हल्दी
  • -जड़
  • -काढ़ा
  • -चूर्ण
हल्दी दूध बनाने की विधि | How to make Turmeric Milk 

250ml दूध में सिर्फ 10 ग्राम हल्दी का उपयोग करके ही सेवन करें, अधिक मात्रा में सेवन करने से यह किडनी पर बुरा असर पड़ता है। प्रतिदिन इसका सेवन करने से पहले अपने चिकित्सा से परामर्श अवश्य लें।

हल्दी की सेवन विधि | Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी का सेवन किस प्रकार करना चाहिए –

  • हल्दी का चूर्ण 10 ग्राम की मात्रा में
  • हल्दी का काढ़ा 10 से 20 ml की मात्रा में
  • हल्दी की जड़ 5 ग्राम की मात्रा में
हल्दी दूध के फायदे और नुकसान | Benefits and Harms Main Haldi Ke Fayde In Hindi

हल्दी के फायदों के बारे में आप जानते हैं हल्दी का अधिक मात्रा में और अधिक दिनों तक सेवन करने से हमारे शरीर पर क्या क्या नुकसान हो सकते हैं।

हल्दी का अधिक दिनों तक सेवन करने से हमारे -किडनी पर इसका बुरा असर होता है इसलिए हल्दी का कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए और लंबे समय तक सेवन ना करें जिनको पेशाब में दिक्कत या पथरी की समस्या है वह हल्दी का सेवन दूध के साथ ना करें।

हल्दी को अधिक दिनों तक दूध के साथसेवन करने से शरीर में अनेक विकार उत्पन्न हो सकते हैं इसलिए हल्दी का सेवन जब भी करें अपने चिकित्सा से परामर्श अवश्य लें।

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